आरा का सदर अस्पताल आईएसओ से मान्यता प्राप्त है, इसके बावजूद यहां कुव्यवस्था का आलम साफ दिखाई देता है। अस्पताल परिसर व वार्डों में आवारा और...
आरा का सदर अस्पताल आईएसओ से मान्यता प्राप्त है, इसके बावजूद यहां कुव्यवस्था का आलम साफ दिखाई देता है। अस्पताल परिसर व वार्डों में आवारा और बीमार कुत्तों के अलावा गाय और गदहा घूमते रहते हैं। 32 सुरक्षा गार्डों एवं अस्पताल में लगाए गए 18 सीसीटीवी कैमरा भी इन आवारा पशुओं को प्रवेश करने से रोक पाने मेंं अक्षम साबित हो रहा है। मरीज के बेड के नीचे, तो कभी किसी अधिकारी के चेंबर के कोने में कुत्ता सोया रहता है। लेकिन इसे भगाने का प्रयास नहीं किया जाता है। जिसके कारण मरीज और उनके परिजनों को कुत्ता काटने का डर बना रहता है।
एक भी पशु अंदर नहीं आए इसका दिया गया है निर्देश
अस्पताल मैनेजर मनोज कुमार ने कहा कि अस्पताल के सुरक्षा गार्डो को निर्देश दिया गया है कि हर हाल में एक भी आवारा पशु सदर अस्पताल में नहीं दिखना चाहिए। लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीछे गेट संकरी दीवाल का सहारा लेकर कुछ जानवर प्रवेश कर जाते हैं।
डॉक्टर बोले लोगों में रहता है संक्रमण का खतरा
आवारा एवं बीमार पशुओं की वजह से अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को संक्रमण का खतरा रहता है।सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ के एन सिन्हा ने कहा कि इन आवारा कुत्तों में मैगट्स, रोडीज, पारवो, लिप्रोस्पारोसिस आदि कई प्रकार के संक्रमण रोग होते हैं। जिनके संपर्क में आते ही मरीज एवं उसके परिजन इन रोगों से संक्रमित हो जाते है।
अस्पताल परिसर में आराम फरमाते हैं आवारा पशु
सदर अस्पताल परिसर मे आवारा पशु घूमते हुए आपको अक्सर मिल जाएंगे। अस्पताल परिसर एवं विभिन्न वार्डों में शुक्रवार की शाम कई आवारा कुत्ता बैठे व घूमते मिले। पुरुष सर्जिकल वार्ड केे बरामदे में कुत्ते खुलेआम घूम रहे थे। एसएनसीयू वार्ड के पास कुत्ते दिखाई दिए। अस्पताल के पेड़ के नीचे मरीज व उनके परिजन बैठे थे। वहां भी यही स्थिति रही। सुरक्षा के नाम पर सदर अस्पताल में कुल 32 गार्ड है बावजूद अधिकांश वार्डो मेंं आपको आवारा कुत्ते दिखाई देंगे।
दावा फेल
अभी भी दर्जनभर सीसीटीवी कैमरा खराब
सदर अस्पताल प्रबंधन जब भी मामला उठता है तो दावा करता है कि दो-तीन दिन के भीतर सीसीटीवी कैमरा बना दिया जाएगा। अस्पताल में 18 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे है। जिनमें से लगभग 6-7 कारगर बताया जा रहा है। वह भी इमरजेंसी में। हालांकि उनका दावा पूरी तरह अन्य वार्ड एवं कैंपस में फेल नजर आ रहा है। सीसीटीवी कैमरा इसके अलावा कहीं भी काम नहीं कर रहा है। इधर सदर अस्पताल के मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि लेबर वार्ड में लक्ष्य योजना के तहत काम चल रहा है। सीसीटीवी कैमरा लग गया है। दो-चार दिन में इसे चालू कर दिया जाएगा।
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