पुलिस हिरासत में बारात ले जाने वाले लोग व साथ में दूल्हा। pic: eradioIndia लाॅकडाउन की रात्रि में बारात ले जा रहे दूल्हे समेत 7 बारा...
पुलिस हिरासत में बारात ले जाने वाले लोग व साथ में दूल्हा। pic: eradioIndia |
कब्जे से शादी का कार्ड, घड़ी व सोने-चांदी की अंगूठीयां सहित दो कारें बरामद
- फाईज़ अली सैफी || eradioIndia
आपको बताते चलें कि जैसे ही ताजुद्दीन(दूल्हा) अपने बारातियों के साथ बरात लेकर मेरठ श्याम नगर इलाके के लिए निकला तो पुलिस ने दूल्हे और बारातियों की दोनों कारें चैकिंग के दौरान रावली रोड तिराहे पर ही रोक ली और फिर बारातियों से लाॅकडाउन में घरों से बाहर निकलने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि वह मुरादनगर से मेरठ निकाह करने जा रहे हैं और वह सुबह-सुबह वापस ही मुरादनगर लौट आएंगे।
गौरतलब है कि पुलिस ने जैसे ही उनसे मेरठ जाने की लिखित परमिशन मांगी तो दूल्हा और बराती घबरा गए और वह उन्हें परमिशन नहीं दिखा पाए। क्योंकि, परमिशन अधिकतर सरकार के कुछ खास लोगों को ही दी जाती है। फिर क्या था, पुलिस ने दोनों कारें इको और अल्टो में बैठे दूल्हे समेत 7 लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और उनके सर से बारात का भूत उतार कर उन्हें बड़े अपराधियों की तरह हवालात में डाल दिया। उधर, लड़की वाले बारात के चंद लोगों का इंतजार देखते रह गए, हो सकता है लड़की को इस बात का ताना उम्र भर तक झेलना पड़े।
पुलिस को पकड़े गए बाराती अभियुक्तों ने अपना नाम ताजुद्दीन(दूल्हा) पुत्र बदरुद्दीन, वकील पुत्र आमीन, कमरुदीन पुत्र हसमुद्दीन, महबूब पुत्र जब्बार, फैयाज पुत्र नसरू, इकरामुद्दीन पुत्र फैयाजूद्दीन और सातवें ने सलमान पुत्र बदरुद्दीन निवासी थाना मुरादनगर गाजियाबाद बताया है। इतना ही नहीं, पूछताछ में पकड़े गए बारातियों ने बताया कि उन्होंने सोचा था कि रात में उन्हें पुलिस नहीं मिलेगी और वह निकाह करके सुबह-सुबह वापस अपने घर लौट आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। पुलिस को इनके पास से दूल्हे ताजुद्दीन की शादी का कार्ड, एक घड़ी, दो सोने-चांदी की अंगूठियां और दो कारें इको व अल्टो भी बरामद हुई है।
थाना मुरादनगर प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया है कि पकड़े गए बाराती शातिर किस्म के व्यक्ति है, जोकि पुलिस की आंखों में धूल-झोंक कर निकाह करने मेरठ जा रहे थे, जोकि लाॅकडाउन का उल्लंघन करते पकड़े गए हैं। पुलिस ने इनके विरुद्ध कानूनी-कार्रवाई करके इनको जेल भेज दिया है।
वैसे तो पुलिस के सामने लाॅकडाउन का उल्लंघन करते बहुत लोग करते नज़र आते-रहते हैं, लेकिन देखभाल कर कुछ लोगों को ही निशाना बनाया जाता है और उनके विरुद्ध ठोस कानूनी-कार्रवाई की जाती है।
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