जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के प्रयास से जनपद को मिली 5,000 रैबिट एंटीजन किट कंटेनमेंट जोन एवं हेल्थ केयर सेंटर रैपिड एंटीजन किट के माध्य...
- जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के प्रयास से जनपद को मिली 5,000 रैबिट एंटीजन किट
- कंटेनमेंट जोन एवं हेल्थ केयर सेंटर रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से संभावित करोना पीड़ित व्यक्ति की जांच करने की कवायद हुई शुरू
- जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने इस कार्य को जनपद में मूर्त रूप प्रदान करने के उद्देश्य से अपने कैंप ऑफिस पर की महत्वपूर्ण बैठक
- संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने की दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
गाज़ियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के नेतृत्व में जनपद में कोरोना वायरस के संक्रमण से सभी जनपद वासियों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से निरंतर स्तर पर वृहद कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि सभी जनपद वासियों को करोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सकें। इस श्रृंखला में जनपद गाजियाबाद को जिलाधिकारी के नेतृत्व में एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई हैं, जिसमें अंतर्गत जनपद को 5,000 रैपिड एंटीजन किट मिली हैं। संबंधित किट के माध्यम से अब संभावित कोरोना वायरस की जांच की रिपोर्ट मात्र आधे घंटे के भीतर ही प्राप्त हो सकेगी।
इस कार्य को जनपद में मूर्त रूप प्रदान करने तथा तत्काल प्रभाव से आरंभ करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के अपने कैंप ऑफिस के सभागार में महत्वपूर्ण बैठक करते हुए प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कंटेनमेंट जोन हेल्थ केयर सेंटर पर इस संबंध में केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि तत्काल प्रभाव से यह कार्य जनपद में प्रारंभ हो सकें और करोना से संक्रमित व्यक्तियों की तत्काल जांच करते हुए उनका इलाज संभव कराया जा सकें। जिलाधिकारी ने इस संबंध में कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत यह कार्य तत्काल प्रभाव से आरंभ हो सकें, इस उद्देश्य से केंद्र बनाने के लिए स्कूल एवं अन्य स्थानों का चयन करते हुए निर्धारित गाइडलाइन के तहत केंद्र का संचालन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया हैं।
इस कार्य में अपर जिलाधिकारी नगर के द्वारा स्वास्थ्य विभाग का सहयोग किया गया। इस कार्य को जनपद में मूर्त रूप प्रदान करने के उद्देश्य से 30 टीमों का गठन किया जाएगा, जिसमें दो लैब टेक्नीशियन तथा एक कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर सम्मिलित हैं। स्थापित होने वाले केंद्र पर सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाएगा तथा वहां पर गोले बनाने की भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। केंद्र पर करोना से पीड़ित पॉजिटिव व्यक्ति मिलने पर उन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध कराया जा सकेगा। इस उद्देश्य से प्रत्येक सेंटर पर एक वेंटिंग रूम भी तैयार किया जाएगा, ताकि संबंधित व्यक्ति को एंबुलेंस के माध्यम से कोविड अस्पताल तत्काल प्रभाव से पहुंचाया जा सकें। जिलाधिकारी ने इस कार्य को जनपद में तत्काल प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश अपर जिलाधिकारी नगर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि रैबिट एंड पीजेंट किट के माध्यम से जांच का कार्य तत्काल प्रभाव से निर्धारित मानकों के अनुरूप आरंभ करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि आमजन को सरकार के इस कार्यक्रम का शीघ्रता के साथ लाभ प्राप्त हो सकें। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, अपर जिलाधिकारी नगर शैलेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी भूमि अर्जन मदन सिंह गर्बियाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनके गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर के यादव व डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर अभिषेक समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे हैं।
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