संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया लखनऊ। कानपुर देहात के बिकरू गांव में एक सीओ, तीन सब इंस्पेक्टर और 4 सिपाही समेत कुल 8 पुलिसकर्मियों के शह...
- संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार मौका मुआयना करने कानपुर देहात के वारदात वाले गांव में पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने गंभीरता से पूरे प्रकरण की जांच पड़ताल की और उसके बाद मौका मुआयना किया। घटनास्थल को ठीक तरीके से देखा। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान का है कि पुलिस से बड़ी चूक हुई है और पुलिस की कमी कहां पर रह गई है, किस जगह चूक हुई है उस पर गंभीरता से चर्चा की जा रही है।
पुलिस पार्टी की मुखबिरी किसने की, पुलिस विभाग ने की या किसी और ने, इस पर भी चर्चा की जा रही है। पुलिस को पहले से अपराधी के पास अत्यंत आधुनिक हथियार होने की सूचना नहीं थी इस पर भी चर्चा की जा रही है। इसके अलावा इस बात की भी चर्चा की जा रही है क्या पुलिस जाने से पहले इस बात को लेकर आश्वस्त थी या नहीं कि इस तरह का हमला भी कर सकता है यह कुख्यात अपराधी।
यह माना जा रहा है कि पुलिस की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है लेकिन जिस तरीके से विकास दुबे नाम के शख्स ने पुलिस पार्टी पर हमला किया है उससे यह साफ जाहिर है कि कहीं ना कहीं वह बेखौफ था और उसके पीछे किसी न किसी बड़े सफेदपोश का हाथ होने की ओर इशारा करता है।
यह है पूरी वारदात
चौबेपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गुरुवार की आधी रात पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। घरों की छत से पुलिस पर गोलियां बरसाई गईं, जिसमें सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत तीन सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शहीद हो गए। इसके अलावा इस हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिन्हें कानपुर नगर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक पुलिस कर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है. एडीजी जयनारायण सिंह, आईजी मोहित अग्रवाल, एसएससपी दिनेश कुमार पी समेत पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। गांव में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है और हमलावरों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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